प्रकृति, श्रद्धा और संगीत का पर्व है वसंत पंचमी
कालजयी रचनाकार रवींद्रनाथ टैगोर की उक्त पंक्तियां वसंत ऋतु के महत्व को दर्शाती हैं। प्राचीन काल से ही भारतीय संस्कृति में ऋतुओं का विशेष महत्व रहा है। इन ऋतुओं ने विभिन्न प्रकार से हमारे जीवन को प्रभावित किया है। ये हमारे जन-जीवन से गहरे से जुड़ी हुई हैं। इनका अपना धार्मिक और पौराणिक महत्व है। वसंत ऋतु का भी अपना ही महत्व है। भारत की संस्कृति प्रेममय रही है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण